Aaarti Kunj Bihari ki Harmonium Sargam | Abhijeet

प~ पपम पनिनि धप~ मग रे
आरती कुंज बिहा री की

प~ पपम पनिनि धप~ मग रे
आरती कुंज बिहा री की

सारेपमम गग सारे सा *निसा
श्री गिरिधर कृष्ण मुरा री की

गग ग रे~ रेगरे सा *निसा
गले में बैजंती माला

गग~ ग रे~ रे गरेरे सा *नि सा
बजावे मुरली मधुर लाला

गग~ ग रे~ रेग रेरेसा *निसा
श्रवण में कुंडल झलकाला

ग~ग ग रे~ रेग रेरेसा *निसा
नंद के आनंद नंदलाला

गग~ ग रे~ ग रे~ रेसा *नि सा
गगन सम अंग कांति काली
Or
गगग ग रे~ ग रे~ रेसा *नि सा

ग~ गग रेरेरे गरे सा *नि सा
राधिका चमक रही आली

गग~ ग रेरेग रेसा *नि~सा
लतन में ठाढ़े बनमाली

पप ध~ पप
भ्रमर सी अलक,

प~ पध पप
कस्तूरी तिलक,

प~ प ध पप
चंद्र सी झलक

पपप पम पनिनि धप~मग रे
ललित छवि श्यामा प्या री की

सारेपमम गग सारे सा *निसा
श्री गिरिधर कृष्ण मुरा री की

प~ पपम पनिनि धप~ मग रे
आरती कुंज बिहा री की

सारेपमम गग सारे सा *निसा
श्री गिरिधर कृष्ण मुरा री की

गगग ग~ रे~ रे गरेरे सा *निसा
कनकमय मोर मुकुट बिलसे

ग~ गग रे~ रेग रे~ सा *नि सा
देवता दर्शन को तरसे

गगग ग रेरेरे गरे सा *निसा
गगन सों सुमन रसी बरसे

पप धधपप
बजे मुरचंग,

पपप धधपप
मधुर मिरदंग,

प~ पध पप
ग्वालिन संग

पप~ पम पनिनि धप~ मग रे
अतुल रति गोप कुमा री की
पपप पम पनिनि धप मगरे

सारेपमम गग सारे सा *निसा
श्री गिरिधर कृष्ण मुरा री की

प~ पपम पनिनि धप~ मग रे
आरती कुंज बिहा री की

सारेपमम गग सारे सा *निसा
श्री गिरिधर कृष्ण मुरा री की

गग~ ग रेरेरे गरे~ सा *नि सा
जहां ते प्रकट भई गंगा

गगग गग रेग रे~ सा *निसा
कलुष कलि हारनि श्री गंगा

गगग ग रेरे गरे सा*निसा
स्मरन ते होत मोह भंगा

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